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नीम करोली बाबा की कहानी | नीम करोली बाबा क्यों प्रसिद्ध है

नीम करोली बाबा की कहानी | नीम करोली बाबा क्यों प्रसिद्ध है

आज हम जानेंगे नीम करोली बाबा की कहानी हमारे भारत देश में कई महान संत और महान लोग पैदा हुए है | उन्ही में से एक है नीम करोली वाले बाबा तो चलिए इस लेख में हम बात करते हैं कि नीम करोली बाबा क्यों प्रसिद्ध है |

नीम करोली बाबा का जीवन परिचय

नीम करोली बाबा का जन्म सन 1900 में, अकबपुर गांव फिरोजाबाद जिला उत्तर प्रदेश में हुआ था नीम करोली बाबा का बचपन का नाम लक्ष्मण नारायण शर्मा था | यह बाबा अपने चमत्कार के लिए फेमस थे करौली वाले बाबा केवल भारत में फेमस नहीं थे बल्कि देश-विदेश में भी उनकी शिष्य हैं |

लेकिन जब से विराट कोहली और अनुष्का शर्मा करोली बाबा के कैंची धाम गए तब से यह धाम ओर फेमस हो गया |

नीम करोली बाबा हनुमान जी के बहुत बड़े भक्त थे | करोली वाले बाबा न केवल भारत देशवासियों के गुरु थे बल्कि देश-विदेश में रहने वाले लोगों के भी गुरु थे | यह बाबा जी भगवानदास, कृष्ण दास और रामदास इन सभी में से सबसे ज्यादा प्रसिद्ध करौली वाले बाबा थे |

ऐसी कई महान हस्तियां हैं जो करोली वाले बाबा के द्वारा प्रेरित हुए हैं जैसे विराट कोहली और अनुष्का शर्मा जिनमें एक भारत का फेमस क्रिकेटर और एक एक्ट्रेस है विदेश की भी कई लोग बाबा जी से प्रेरित हुए हैं जैसे जूलिया रॉबर्टस जो की हॉलीवुड की एक एक्ट्रेस है, फेसबुक मेटा के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग |

करोली बाबा के कई धाम है जैसे ऋषिकेश, कैंची, वृंदावन, लखनऊ, नीम करोली गांव, हनुमानगढ़ी, इसके अलावा ताऊस और न्यू मैक्सिको जो कि अमेरिका में है |

नीम करोली बाबा का परिवार

नीम करोली बाबा की शादी 11 साल की उम्र में ही हो गई थी | लेकिन उनका भाव साधु और संत के जैसा होने के कारण वह घर छोड़कर चले गए थे लेकिन उनके पिताजी दुर्गा प्रसाद शर्मा ने उनका घर आने के लिए समझाया और नीम करोली बाबा अपने पिताजी के कहने पर घर आ गए और एक वैवाहिक जीवन जिया इसके बाद उनके तीन बच्चे हुए जिनमें दो बेटे पैदा हुए और एक लड़की हुई |

नीम करोली बाबा कैंची धाम

नीम करोली वाले बाबा का एक छोटा सा आश्रम नैनीताल अल्मोड़ा की मार्ग पर स्थित है यहीं पर हनुमान जी का मंदिर भी है | यह आश्रम नैनीताल अल्मोड़ा से 7 किलोमीटर दूर स्थित है | यह आश्रम छोटा और सुंदर है इस आश्रम के चारों तरफ हरियाली है यहां ना तो आपका टेलीफोन काम करेगा ना कोई लैंडलाइन है | अगर आप इस जगह पर जाते हो तो यहां पर आपको डिस्टर्ब करने वाला कोई नहीं है सिर्फ सुख शांति है |

नीम करोली बाबा कैंची धाम

नीम करोली बाबा का चमत्कार

ट्रेन की अद्भुत घटना:- नीम करोली वाले बाबा दिखने में एकदम सीधे-साधे यानी की साधारण व्यक्ति जैसे दिखते थे |

एक बार क्या हुआ कि नीम करोली बाबा ट्रेन से अपने आश्रम जा रहे थे | बाबा जी ट्रेन के प्रथम डिब्बे में बैठे हुए थे लेकिन जब ट्रेन दूसरे स्टेशन पर रुकी, उसे समय एक टिकट चेक करने वाले टिकट कंडक्टर ट्रेन में आ गया और वह सभी की टिकट चेक करने लगा | जब टिकट कंडक्टर ने नीम करोली वाले बाबा को टिकट दिखाने को बोला, तो बाबा जी बोले हमारे पास नहीं है | इसके बाद टिकट कंडक्टर ने बाबा जी को नीम करोली गांव के पास ट्रेन से उतार दिया |

उसके बाद चमत्कार तो यह हुआ की बाबा जी के उतरने के बाद ट्रेन आगे ही नहीं बड़ी | इसके बाद ट्रेन को चेक किया गया है कि क्या दिक्कत आ रही है जिससे ट्रेन स्टार्ट नहीं हो रही है ट्रेन को स्टार्ट करने के लिए काफी प्रयास किए गए लेकिन ट्रेन स्टार्ट नहीं हुई ट्रेन को चालू करने की सारे प्रयास फेल हो गए |

उसके बाद ट्रेन में बैठे लोगों ने कहा कि जिस बाबा जी को बाहर उतार दिया है उन बाबा को सम्मान पूर्वक ट्रेन में बैठा लो, तो शायद फिर ट्रेन स्टार्ट हो जाए | उसके बाद बाबा जी को ट्रेन में बैठने के लिए अनुरोध किया, बाबा जी ट्रेन में बैठने के लिए तैयार हो गए लेकिन उन्होंने कहा की नीम करोली गांव में एक स्टेशन बनाना चाहिए तो वहां पर रेलवे अधिकारी स्टेशन बनाने के लिए तैयार हो गए | उसके बाद ट्रेन चालू हो गई |

नीम करोली बाबा की लीला

नीम करोली बाबा ने ऐसे कई चमत्कार किए हैं उनमें से एक बड़ा चमत्कार एक यह भी है एक बार कैंची धाम पर भंडारा हो रहा था तो भंडारा खाने के लिए काफी सारे लोग वहां एकत्रित हुए लेकिन भक्तों ने देखा कि भंडारा कम पड़ रहा था क्योंकि लोग आते जा रहे थे तो नीम करोली वाले बाबा ने कहा की चिंता करने की कोई बात नहीं है गंगा नदी से आप जल भर ले आओ |

उस जल को नीम करोली बाबा ने कढ़ाई में डाल दिया, कढ़ाई में डालते ही वह घी में बदल गया और उसमें पुड़िया तलने लगी, यह सब देखकर वहां खड़े सभी लोग आश्चर्यचकित हो गए, तो नीम करोली वाले बाबा ने ऐसे कई चमत्कार किए हैं |

नीम करोली बाबा की मृत्यु कब हुई

नीम करोली बाबा को डायबिटीज की प्रॉब्लम रहती थी एक समय उनकी तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई और उनको वृंदावन के अस्पताल में भर्ती कर दिया गया लेकिन नीम करोली बाबा कोमा में चले गए और उसके बाद उनकी मृत्यु 11 सितंबर 1973 को हो गई |

नीम करोली बाबा क्यों प्रसिद्ध है ?

नीम करोली बाबा क्यों प्रसिद्ध है

नीम करोली बाबा क्यों प्रसिद्ध है :– नीम करोली बाबा एक भारतीय संत और महात्मा थे जिन्होंने अपने आदर्श, उपदेश और चमत्कारी कथाओं के लिए प्रसिद्ध हो गए हैं। उन्होंने भक्ति, सेवा, और ध्यान के माध्यम से लोगों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान किया।

नीम करोली बाबा का जन्म सन 1900 मे भारत में हुआ था और उनकी मृत्यु 11 सितंबर 1973 को हुई थी। उन्होंने अपना जीवन सादगी और सेवा में बिताया और वे एक साधु के रूप में लोगों के बीच रहते थे।

नीम करोली बाबा को उनके अद्वितीय उपदेशों, आध्यात्मिक अनुभवों, और चमत्कारी कथाओं के लिए याद किया जाता है। उनके उपदेशों में विचारशीलता, सादगी, सेवा, और ध्यान का महत्व था। उन्होंने लोगों को आपसी सद्भावना, परमात्मा की उपस्थिति में विश्वास, और धार्मिक सहयोग का मार्ग दिखाया।

नीम करोली बाबा के चमत्कारों की भी कई कथाएं प्रसिद्ध हैं, जिनमें उनके दिव्य शक्तियों का वर्णन किया गया है। उनकी आशीर्वाद से कई लोगों को आध्यात्मिक अनुभव हुए हैं और उनकी स्मृति में उन्हें एक महान आध्यात्मिक गुरु के रूप में पूजा जाता है।

कुल मिलाकर, नीम करोली बाबा का प्रसिद्धि प्रामाणिकता, आध्यात्मिक ज्ञान, और अपने अद्वितीय उपदेशों के लिए है, जिनसे उन्होंने लोगों की आत्मा को प्रेरित किया और उन्हें सही मार्ग पर चलने के लिए मार्गदर्शन किया।

FAQ

1) नीम करौली बाबा कौन थे?

नीम करौली बाबा, जिनके असली नाम लक्ष्मण नारायण शर्मा था एक प्रमुख भारतीय आध्यात्मिक गुरु थे जो आध्यात्मिक सिद्धांतों और जीवन के मार्ग का प्रचार करने में जाने जाते हैं।

2) नीम करौली बाबा का जन्म कब हुआ था?

नीम करौली बाबा का जन्म 29 दिसंबर 1900 को हुआ था।

3) नीम करौली बाबा के आश्रम कहां पर स्थित है?

नीम करौली बाबा के आदर्श आश्रम भारत, राजस्थान के नीम करौली शहर में स्थित है।

4) नीम करौली बाबा की महासमाधि कब तथा कहां गई?

नीम करौली बाबा की महासमाधि 11 जुलाई 1973 को उनके आश्रम में स्थित उनके मंदिर में गई थी।

5) नीम करोली बाबा की मृत्यु कब हुई

नीम करोली बाबा की मृत्यु 11 सितंबर 1973 को हो गई |

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