यशस्वी जायसवाल का जीवन परिचय | Yashasvi Jaiswal Biography in Hindi

नमस्कार दोस्तों इस आर्टिकल में आपको भारतीय क्रिकेटर यशस्वी जयसवाल के के बारे में जानकारी दी जाएगी | यशस्वी जायसवाल के क्रिकेटर बनने की कहानी बहुत ही प्रेरणादायक है जो कि आपकी भावनाओं को झकझोर कर रख देगी, यक़ीनन आने वाले समय में इनके ऊपर फिल्म भी बनेगी।
यशस्वी जयसवाल भारतीय युवा अंतरराष्ट्रीय बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज है जायसवाल ने घरेलू क्रिकेट में मुंबई का प्रतिनिधित्व करते हैं और आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हैं |
इस समय आईपीएल 2025 जारी है और तमाम दिग्गज इसमें खेल रहे हैं और कुछ युवा अपना प्रदर्शन दिखा रहे हैं जिसमें सबसे ऊपर नाम आता है, होनहार खिलाड़ी यशस्वी जयसवाल जो की राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हैं l
यशस्वी जयसवाल भारतीय क्रिकेट के लिए उभरता हुआ सितारा है वह अपने मेहनत और प्रतिभा के दम पर नए-नए कृतिमान स्थापित कर रहे हैं और सबको चौंका रहे हैं वह वर्ल्ड क्लास क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं बड़ी ही विषम परिस्थितियों से निकलकर उन्होंने क्रिकेट में मुकाम पाया है l
यशस्वी जयसवाल कौन है ? (Yashasvi Jaiswal Kon Hai)

यशस्वी जयसवाल भारतीय क्रिकेट टीम के बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज हैं। जो कि आईपीएल मैच राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हैं बहुत ही विषम परिस्थितियों में उन्होंने खुद को क्रिकेट के लिए समर्पित रखा।
मुंबई में घर न होने के बावजूद उन्होंने जैसे तैसे खुद को स्टेडियम के नजदीक रहने के लिए कई संघर्ष किए है और परेशानियां उठाई ताकि वह क्रिकेट को अपना समय दे सकें और आज यह युवा खिलाड़ी भारतीय टीम का हिस्सा हैं l
यशस्वी जायसवाल 2015 में सुर्खियों में आए जब उन्होंने जाइल्स शील्ड मैच में नाबार्ड 319 रन बनाकर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया इसके बाद यशस्वी जायसवाल ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
वह मुंबई के अंदर 16 टीम में चुने गए फिर वह भारत के अंदर-19 टीम में भी चुने गए, यशस्वी जयसवाल लगातार बेहतर प्रदर्शन करते हुए अंडर-19 एशिया कप के के लिए भी सेलेक्ट हुए। इस समय वह आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेल रहे हैं।
यशस्वी जायसवाल ने विजय हजारे ट्रॉफी 2019-20 के सीजन में दोहरा शतक लगाया, लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे कम उम्र में दोहरा शतक जड़कर वाले के रूप में अपना नाम दर्ज करवाया |

यशस्वी जायसवाल का जीवन परिचय | Yashasvi Jaiswal Biography in Hindi
नाम | यशस्वी जायसवाल |
English Name | Yashasvi Jaiswal |
निकनेम | यशस्वी |
जन्म | 28 दिसम्बर 2001 (24 वर्ष, 2025 तक) |
जन्मस्थान | सुरियावां, भदोही, उत्तर प्रदेश, भारत |
होमटाउन | सुरियावां |
व्यवसाय (Profession) | भारतीय क्रिकेटर |
कोच | Jwala Singh |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
अफेयर्स | ज्ञात नहीं |
शैक्षिक योग्यता | बीपीएमजी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की |
राशि | वृषभ राशि |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
Height (ऊंचाई) | 5 फीट 10 इंच (1.78 मी॰) |
परिवार | पिता – भूपेंद्र जायसवाल माता – कंचन जायसवाल छोटी बहन – एकता जायसवाल बड़े भाई – तेजस्वी जायसवाल और प्रदीप जायसवाल |
नेट वर्थ | नेटवर्थ 16 करोड़ के आसपास है |
यशस्वी जयसवाल की उम्र (Yashasvi Jaiswal Ki Age)
तेजस्वी जायसवाल का जन्म 28 दिसंबर 2001 को उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के सुरियावा गांव में हुआ, 2025 में उनकी उम्र 24 वर्ष है |
यशस्वी जयसवाल का परिवार (Yashasvi Jaiswal Family)

यशस्वी जायसवाल के पिता का नाम भूपेंद्र जायसवाल तथा माता का नाम कंचन जायसवाल है, उनके पिता छोटी सी हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं तथा उनकी माता ग्रहणी है।
जयसवाल अपने 6 भाई बहनों में चौथे नंबर के पुत्र हैं मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले जैसे सभी 11 साल की उम्र में ही मुंबई आ गए थे।
यशस्वी जायसवाल के बड़े भाई का नाम तेजस्वी जायसवाल है और प्रदीप जायसवाल है उसके अलावा उनकी बहन का नाम एकता जायसवाल है। बाकी दो बहनों के नाम ज्ञात नहीं है।
यशस्वी जायसवाल की शिक्षा (Yashasvi Jaiswal Education Qualification)
यशस्वी जयसवाल ने अपने गृह नगर में ही बीपीएमजी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उन्होंने स्कूल छोड़ दिया और वह क्रिकेट में ध्यान देने लगे |
यशस्वी जायसवाल का शुरुआती जीवन (Yashasvi Jaiswal Ki Kahani)
शुरुआत में वह अपने गांव में ही क्रिकेट खेला करते थे लेकिन वहां क्रिकेट के लिये इतने संसाधन उपलब्ध नहीं थे जिससे वह आगे बढ़ सके, इसलिए उन्होंने 11 वर्ष की उम्र में मुंबई आने का फैसला किया।
वह क्रिकेट में अपना करियर बनाने के लिए मुंबई आ गए, मुंबई आने के बाद जैसे शिव जायसवाल को काफी ज्यादा समस्या आई क्योंकि उनके पास रहने के लिए कोई घर नहीं था यशस्वी के सिर्फ एक चाचा मुंबई में रहते थे जिन्हें वह बहुत ही काम जानते थे उनके चाचा वर्ली में रहा करते थे उनका घर बहुत छोटा था यशस्वी जयसवाल एक इंटरव्यू में बताते हैं कि कलवा देवी नामक एक डेयरी में काम मिला, जहां वह काम के साथ-साथ सो भी सकते थे लेकिन कुछ महीनो बाद उन्हें से निकाल दिया गया क्योंकि वह पूरे दिन क्रिकेट खेलने के बाद थक जाया करते थे और कुछ देर सो जाते थे इस कारण वह डायरी के काम में अधिक ध्यान नहीं दे पाते थे।
क्रिकेट में ज्यादा प्रैक्टिस करने के कारण वह थक जाया करते थे जिससे डेयरी के काम में वह मदद काफी कम कर पाते थे इस कारण दुकानदार ने उन्हें डेयरी से निकाल दिया, अपना खर्चा बचाने के लिए उन्होंने इस मैदान में टेंट में रहना शुरू किया, इस दौरान उनके पास इतने पैसे भी नहीं थे के वह कहीं और रह सके | कुछ समय रहने के बाद वहां के माली ने उन्हें मारा और वहां से भगा दिया।
एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि अपना खर्चा निकालने के लिए कुछ दिन उन्होंने पानी पुरी के ठेले पर भी काम किया, उन्हें सबसे ज्यादा बुरा तब लगता था जब उनके साथ खेलने वाले खिलाड़ी उनके पास आकर पानी पुरी खाया करते थे और उनका मजाक उड़ाया करते थे, ऐसे कई दिन उन्होंने गुजारे जब उन्हें भूखा सोना पड़ा।

यशस्वी जयसवाल अपनी परेशानियां घर वालों को नहीं बताते थे क्योंकि उन्हें डर था कि उनके घर वाले उन्हें वापस बुला लेंगे और उनके क्रिकेटर बनने का सपना अधूरा ही रह जाएगा कई समय तक यहां वहां भटकने के बाद उन्हें मुंबई के आजाद मैदान के मुस्लिम यूनाइटेड क्लब के टेंट में जगह मिली जहां वे दिन में क्रिकेट खेलते थे रात को खाना बनाते थे।
उनके जीवन में करियर का टर्निंग प्वाइंट आया जब उनकी जिंदगी में एक कोच की एंट्री होती है, 2013 दिसंबर में कुछ ज्वाला सिंह की मुलाकात यशस्वी जयसवाल से हुई कुछ बताते हैं कि जब मैं यशस्वी जयसवाल से मिला तो मुझे उसमें अपनी छवि दिखाई दी, वह भी गोरखपुर से ऐसे ही क्रिकेटर बनने आए थे रमाकांत आचार्यकर के पास उन्होंने क्रिकेट सीखा उसे दौरान एक-एक रुपए के लिए वह भटके थे, कुछ कारण वश में है क्रिकेटर नहीं बन सके लेकिन जब वे यशस्वी जायसवाल से मिले तो उन्हें यशस्वी में खुद का संघर्ष करता हुआ जीवन नजर आया तब उन्होंने ठाना कि यह बच्चा मेरी तरह क्रिकेटर बनने से नहीं चूकना चाहिए और कोच ज्वाला सिंह ने जायसवाल को क्रिकेट के बारे में बारीकी गुर सिखाए।

ज्वाला सिंह बताते हैं कि उन्होंने यशस्वी जायसवाल को अपने पास 2013 से लेकर 2022 तक रखा इस दौरान उन्होंने कई परेशानियां झेली उन्होंने बताया कि इस मुकाम तक पहुंचने में जितनी भूमिका मेरी है उतनी ही भूमिका अवश्य मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन और राजस्थान रॉयल्स की भी है, उन्होंने बताया कि जब पहली बार यशस्वी से मिले थे तो उनमें उन्हें कुछ खास नजर आया था आपको बता दें पहले आईपीएल सीजन में जायसवाल कुछ खास नहीं कर पाए थे बावजूद इसके मुंबई टीम ने लगातार उन्हें टीम में साथ रखा और ग्रूम किया।
2015 में एससी जायसवाल सुर्खियों में आए जब उन्होंने जाइल्स शील्ड मैच में नया 319 रन की पारी खेल कर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया इसके बाद जायसवाल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और वह मुंबई के अंदर 16 टीम के लिए चुने गए इसके बाद वह अंदर-19 टीम के लिए भी चुने गए, यहां उन्होंने सेमी फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगाया और जायसवाल लगातार बेहतर प्रदर्शन करते रहे, उन्हें 2018 में अंडर-19 एशिया कप के लिए भी चुना गया, जिसे भारत ने जीता और यशस्वी जायसवाल को “प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट” चुना गया, इसके बाद उन्होंने बल्लेबाजी में सुधार करते हुए अपना प्रदर्शन और बेहतर करते गए l
भारत अंदर-19 में चुने जाने के बाद उन्होंने बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी भेजा गया खास बात यह है कि उसे कैंप में उनके रूम में सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर थे एमसीए कैंप खत्म होने के बाद यशस्वी ने अर्जुन से अपने पिता को मिलवाने का अनुरोध किया और उनका सपना सच हुआ है मुंबई मे उनकी मुलाकात सचिन तेंदुलकर से हुई उन्होंने यशस्वी को साइन किया हुआ बैट गिफ्ट किया।
यशस्वी जयसवाल का करियर (Yashasvi Jaiswal Career in Hindi)

स्कूल स्तर के मैचों में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए यशस्वी जायसवाल ने पहले मुंबई की ओर से अंडर 16 टीम में खेला और उसके बाद ही उन्हें भारत के अंदर-19 टीम में भी चुन लिया गया साल 2018 में अंदर-19 एशिया कप में यशस्वी जयसवाल सबसे अधिक रन 318 बनाने वाले बल्लेबाज बने इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट अवार्ड भी प्रदान किया गया इसके अगले ही साल 2019 में हिस्ट्री ने भारत के लिए अंदर-19 विश्व कप खेला और इस विश्व कप में उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हुए टॉप पर बने रहे।
यशस्वी जयसवाल का अंतरराष्ट्रीय डेब्यू (Yashasvi Jaiswal International Debut)
टेस्ट डेब्यू 12 जुलाई 2023 को वेस्टइंडीज के खिलाफ
T20 डेब्यू 8 अगस्त 2023 को वेस्टइंडीज के खिलाफ

यशस्वी जयसवाल का रणजी करियर (Yashasvi Jaiswal Ranji Career Hindi)
यशस्वी जायसवाल ने साल 2019 में रणजी ट्रॉफी में मुंबई की टीम में अपना प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया इसी साल जायसवाल ने लिस्ट ए क्रिकेट में भी डेब्यू किया और विजय हजारे ट्रॉफी में प्रदर्शन किया, यहां झारखंड के खिलाफ खेलते हुए जायसवाल ने 203 रन बनाए और उम्र के लिहाज से यशस्वी जयसवाल 17 साल 292 दिन की आयु में ऐसा करने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बने थे,
यशस्वी जयसवाल का आईपीएल करियर (Yashasvi Jaiswal IPL Career Hindi)

जायसवाल ने साल 2020 में आईपीएल की नीलामी में राजस्थान रॉयल द्वारा खरीदा गया जहां उन्हें अधिक मैच खेलने का मौका नहीं मिल पाया, जायसवाल ने अपना पहला आईपीएल अर्धशतक साल 2021 में चेन्नई सुपर किंग के खिलाफ बनाया साल 2023 में जयसवाल ने कमाल का प्रदर्शन किया वह अब तक टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर रहे
30 अप्रैल 2023 को जायसवाल ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ अपना पहला आईपीएल शतक जमाया, उन्होंने मात्र 62 गेंद में 124 रन बनाए, हालांकि इस शतक से उनकी टीम जीत तो नहीं सकी और राजस्थान रॉयल्स यह मैच हार गईं इसके अलावा 2023 में जायसवाल ने आईपीएल के इतिहास का सबसे तेज अर्धशतक भी लाया गया, जायसवाल ने कोलकाता नाइट राइडर के खिलाफ मात्र 13 गेंद में 50 रन ठोक दी है यह आईपीएल के इतिहास के सबसे तेज 50 रन थे।
यशस्वी जयसवाल की नेट वर्थ (Yashasvi Jaiswal Ki Net Worth)
यशस्वी जयसवाल का बचपन भले ही गरीबी में गुजारा हो लेकिन वह आज करोड़ों के मालिक हैं उपलब्ध जानकारी के अनुसार यशस्वी जयसवाल की कुल नेटवर्थ 16 करोड रुपए के लगभग हैं।
यशस्वी जयसवाल का इंस्टाग्राम (Yashasvi Jaiswal Instagram)

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