अमन सहरावत का जीवन परिचय | Aman Sehrawat Biography in Hindi
नमस्कार दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में भारत के लिए पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक जीतने वाले अमन सहरावत के बारे में जानकारी देंगे जिन्होंने ओलंपिक में मेडल पुरुष फ्रीस्टाइल 57 Kg रेसलिंग में कांस्य पदक जीता और अपने दिवंगत माता-पिता और देश को समर्पित किया |
अमन की कहानी बहुत ही संघर्ष और समर्पण की कहानी है क्योंकि 11 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया, आर्थिक परेशानियां देखीं इसके बावजूद उन्होंने कुश्ती खेलने नहीं छोड़ा और पदक लाकर देश का नाम रोशन किया |
अमन सहरावत कौन है ? (Aman Sehrawat Kon Hai)
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की ओर से पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किलो रेसलिंग कैटेगरी में कांस्य पदक जीतने वाले अमन सहरावत है | इतनी कम उम्र में इन्होंने पदक जीत कर अपनी प्रतिभा को सच साबित कर दिया है | अमन ने अपने प्रतिद्वंद्वी डेरीयन क्रूज को 13-5 से हराया और कांस्य पदक अपने नाम किया |
अमन ने इतिहास रचा है उन्होंने सबसे कम उम्र के भारतीय व्यक्तिगत ओलंपिक विजेता बनकर एक रिकॉर्ड बनाया है उस समय उनकी उम्र 21 वर्ष 0 महीने 24 दिन की है |
अमन से पहले यह रिकॉर्ड पीवी सिंधु के नाम था जिन्होंने रियो ओलंपिक 2016 में सिल्वर मेडल 21 साल 1 महीने 14 दिन की उम्र में जीता था |
अमन सहरावत का जीवन परिचय | Aman Sehrawat Biography in Hindi
नाम | अमन सहरावत |
English Name | Aman Sehrawat |
निकनेम | अमन |
जन्म | 16 जुलाई 2003 (21 वर्ष, 2024 तक) |
जन्मस्थान | बिरोहर गांव, झज्जर जिले, हरियाणा |
होमटाउन | हरियाणा |
व्यवसाय (Profession) | कुश्ती |
कोच | ललित कुमार |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
अफेयर्स / बॉयफ्रेंड / पति | ज्ञात नहीं |
शैक्षिक योग्यता | दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में रेसलिंग सीखी |
राशि | मेष राशि |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
परिवार | पिता – सोमवीर सहरावत (किसान) माता – कमलेश सहरावत छोटी बहन – पूजा सहरावत |
नेट वर्थ | लगभग ₹1 करोड़ |
अमन सहरावत की उम्र (Aman Sehrawat Age)
अमन का जन्म 16 जुलाई 2003 को हरियाणा के झज्जर जिले के बिरोहर गांव में हुआ, 2024 में उनकी उम्र 21 साल है |
अमन सहरावत का परिवार (Aman Sehrawat Family)
अमन सेहरावत का जन्म 16 जुलाई 2003 को हरियाणा के झज्जर बिरोहर गांव में हुआ, अमन जब 11 वर्ष के थे तभी उनके माता-पिता का निधन हो गया | अमन के पिताजी का नाम सोमवीर सहरावत तथा माता का नाम कमलेश सहरावत है |अमन की परवरिश उनके दादा मांगेराम सहरावत व चाचा सुधीर सहरावत, मौसी द्वारा की गई हैं | अमन की एक छोटी बहन भी है जिनका नाम पूजा सहरावत है |
अमन सहरावत की शिक्षा (Aman Sehrawat Education Qualification)
अमन ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में रेसलिंग सीखी, जहां से कई सारे ओलंपिक विजेता निकले हुए हैं जैसे सुशील कुमार, योगेश्वर दत्त, रवि , बजरंग पूनिया |
अमन सहरावत का शुरुआती जीवन व संघर्ष (Aman Sehrawat Career in Hindi)
अमन का जन्म 16 जुलाई 2003 में हरियाणा के झज्जर जिले के बिरोहर गांव में हुआ था | उनका बचपन येसे बीता, उनके पिता सोमवीर एक किसान थे तथा माता गृहणी थी कठिन परिस्थितियों में भी जीवन चल रहे थे, इस बीच एक दौर ऐसा आता है जब अमन बहुत ज्यादा टूट जाते हैं, जब अमन की उम्र 11 वर्ष थी तब हार्ट अटैक के कारण उनकी माता जी का निधन हो गया | तब अमन डिप्रेशन का शिकार हुए तथा एक साल बाद ही अमन के पिता अपनी पत्नी की याद में चल बसे | अपने माता-पिता के चले जाने के बाद वह बहुत ज्यादा सदमे में चले गए, अवसाद ने उन्हें घेर लिया |
अमन को अवसाद से बाहर निकलने में उनके दादा व चाचा ने बहुत मेहनत करी, इसके लिए उन्होंने अमन को स्पोर्ट मैं अपना मन लगाने को कहा इससे प्रेरित होकर अमन ने फ्री समय में टेलीविजन पर सुशील कुमार जो की एक भारतीय रेसलर है उन्हें देखा करते थे, उनके मैच देखकर वह काफी ज्यादा प्रेरित हुए और उनकी रुचि रेसलिंग में जाग गई |
इसके बाद वह लोकल ट्रेनिंग सेंटर से रेसलिंग सीखने लगे उसे समय ललित कुमार जी उनके कोच हुआ करते थे, ललित कुमार जी ने अमन की कुश्ती में बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उन्होंने कई सारे टेक्निक्स उन्हें सिखाएं, इसके बाद अमन ने नई दिल्ली छत्रसाल स्टेडियम से पहलवानी सीखी, यह वही अखाड़ा है जहां से ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार, योगेश्वर दत्त, रवि , बजरंग पुनिया समेत कई रेसलर खिलाड़ी बने और पदक जीते हैं |
अमन के चचेरे भाई दीपक ने बताया कि अमन के पिता चाहते थे कि घर में कोई ना कोई रेसलिंग में जाए और देश के लिए मेडल जीते पिता के सपने को पूरा करने के लिए अमन ने पहलवानी को अपना कैरियर बना लिया |
मेडल जीतने के बाद अमन ने भारतीय रेलवे में भी नौकरी करी है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सही हुई इसके बाद उन्होंने अपनी रेसलिंग की ट्रेनिंग पर ध्यान दिया और आज भारत के लिए मेडल जीतकर नाम रोशन किया |
अमन सहरावत का रेसलिंग करिअर (Aman Sehrawat Wrestling Career)
अमन ने अपने रेसलिंग करियर की शुरुआत अपने गांव में होने वाले लोकल रेसलिंग टूर्नामेंट से की थी, उसके बाद उन्होंने गांव में ही होने वाले कई सारे कंपटीशन में भाग लिया और कई बार जीते भी यहां से अमन को रेसलिंग का के प्रति रुचि जगी इसके बाद वह धीरे-धीरे रेसलिंग करते गए और कई सारे प्रतियोगिताएं जीतते गए | अमन ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में रेसलिंग सीखी, जहां से कई सारे ओलंपिक विजेता निकले हुए हैं जैसे सुशील कुमार, योगेश्वर दत्त, रवि , बजरंग पूनिया |
अमन सहरावत को कुश्ती में जाने की प्रेरणा सुशील कुमार और रवि दहिया से मिली | अमन रावत ने नूर सुल्तान में 2019 एशियाई कैडेट चैंपियनशिप में पहली बार गोल्ड जीतकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और बताया कि वह भी अपनी मेहनत के बल पर गोल्ड जीत सकते हैं |
इसके बाद अमन ने 2021 में अपना पहला राष्ट्रीय चैंपियनशिप खिताब जीतकर सबको चौंका दिया | साल 2022 में अंडर 23 विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने, इसके अलावा 2023 में अस्थान में एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड जीता, हंजो एशियाई खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर अपना परचम लहराया |
2024 में जागरेब ओपन रैसलिंग टूर्नामेंट में ऐसा लिया और यहां भी अमन ने स्वर्ण पदक जीत कर देश का नाम रोशन किया वह पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफाई करने वाले भारत के एकमात्र पुरुष पहलवान भी बने |
आपकी जानकारी के लिए बता दें अमन ने रेलवे में नौकरी भी करी है इसके बाद उनकी आर्थिक स्थिति थोड़ी ठीक हुई और नौकरी के साथ उन्होंने अपनी रेसलिंग पर ध्यान दिया और राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते |
डब्ल्यूएफआई में अमन को 2024 ओलंपिक के लिए टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि कुमार दहिया के ऊपर चुना है, वह पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई होने वाले एकमात्र पुरुष रेसलर बने |
अमन ने 17 से अधिक गोल्ड मेडल अलग-अलग राष्ट्रीय लेवल की रेसलिंग चैंपियनशिप में जीते हुए हैं इसके अलावा कई सारे मेडल उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप रेसलिंग, एशियाई चैंपियनशिप रेसलिंग और वर्ल्ड रैंकिंग सीरीज में जीते हुए हैं, एशियाई चैंपियनशिप रेसलिंग मैच में अमन लास्ट 40 सेकंड में इंजर्ड हो गए थे, उन्होंने तुरंत ही डॉक्टर से कंसल्ट किया और ट्रीटमेंट प्राप्त किया, इसके बाद उन्होंने मैच में 5 पॉइंट लीड के साथ उन्होंने अपने अपॉइंटमेंट को हराया |
अमन कोच अक्टूबर 2023 को भारतीय प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुभकामनाएं दी गई, यह शुभकामना उन्होंने ट्विटर पर दी जवानों ने मांस रेसलिंग 57 किलो क्रांतिकारी चैंपियनशिप में एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था |
अमन अपने फ्री समय में बास्केटबॉल खेलने टीवी पर “तारक मेहता का उल्टा चश्मा” देखना पसंद करते हैं | अमन के ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर खेल मंत्री मनसुख मांडवी ने उन्हें 30 लाख रुपए देने की घोषणा करी है |
अमन सेहरावत की सभी उपलब्धियां (Aman Sehrawat Achievements & Medal record)
Event | Medal | Year | Location | Weight Category |
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Olympic Games | Bronze | 2024 | Paris | 57 kg |
Asian Championships | Gold | 2023 | Astana | 57 kg |
Asian Games | Bronze | 2022 | Hangzhou | 57 kg |
Grand Prix | Gold | 2022 | Almaty | 57 kg |
Grand Prix | Gold | 2024 | Zagreb | 57 kg |
Grand Prix | Silver | 2022 | Tunis | 61 kg |
Grand Prix | Silver | 2024 | Budapest | 57 kg |
Grand Prix | Bronze | 2023 | Zagreb | 57 kg |
Yasar Dogu Tournament | Bronze | 2022 | Istanbul | 57 kg |
Dan Kolov & Nikola Petrov Tournament | Silver | 2022 | Veliko Tarnovo | 57 kg |
World U23 Championships | Gold | 2022 | Pontevedra | 57 kg |
Asian U23 Championship | Gold | 2022 | Bishkek | 57 kg |
Asian U20 Championship | Bronze | 2022 | Manama | 57 kg |
World Cadets Championship | Bronze | 2019 | Sofia | 55 kg |
World Cadets Championship | Bronze | 2018 | Zagreb | 51 kg |
Asian Cadets Championship | Gold | 2019 | Nur-Sultan | 55 kg |
अमन सहरावत की नेट वर्थ (Aman Sehrawat Net Worth)
अमन सहरावत की नेट वर्थ 2024 तक लगभग ₹1 करोड़ के आसपास हैं |
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